Haryana Police Cashless Treatment Scheme:- हरियाणा पुलिस ने सड़क दुर्घटना पीड़ितों की सहायता के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है, जिसके तहत घायलों को ₹1.5 लाख तक का कैशलेस उपचार प्रदान किया जाएगा। अब तक इस योजना का लाभ 21 लोगों को मिल चुका है।

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Haryana Police Cashless Treatment Scheme की रूपरेखा
हरियाणा के गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुमिता मिश्रा ने इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए नेशनल हेल्थ अथॉरिटी, स्थानीय पुलिस और राज्य के स्वास्थ्य विभाग के बीच तालमेल की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत सरकार द्वारा सूचीबद्ध अस्पतालों में घायलों का इलाज किया जाएगा।
सुमिता मिश्रा ने सड़क सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि हाईवे और दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में ट्रैफिक वार्निंग साइन बोर्ड लगाने की आवश्यकता है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को इस दिशा में सक्रिय रूप से कार्य करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा, उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि वे सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें और यदि कोई सड़क दुर्घटना होती है, तो घायलों की मदद के लिए आगे आएं। “समाज में यह धारणा बनानी होगी कि दुर्घटना पीड़ितों की सहायता करना सभी की जिम्मेदारी है,” उन्होंने कहा।
कैसे मिलेगा फ्री इलाज?
- दुर्घटना में घायल व्यक्ति को नजदीकी सरकारी या सरकार द्वारा सूचीबद्ध अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।
- अस्पताल प्रबंधन घायल व्यक्ति की जानकारी अपने सॉफ़्टवेयर पर अपलोड करेगा और इसकी सूचना संबंधित पुलिस स्टेशन को देगा।
- पुलिस को छह घंटे के भीतर यह पुष्टि करनी होगी कि घायल व्यक्ति वास्तव में सड़क दुर्घटना का शिकार हुआ है।
- पुष्टि होते ही घायल को कैशलेस इलाज मिलना शुरू हो जाएगा।
- इस योजना को मोटर व्हीकल एक्ट, 1988 की धारा 162 के तहत लागू किया गया है, जिससे दुर्घटना पीड़ितों को जल्द और प्रभावी चिकित्सा सहायता मिल सके।
सड़क दुर्घटनाओं की गंभीरता
भारत में सड़क दुर्घटनाएं एक गंभीर समस्या बनी हुई हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, हर साल हजारों लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाते हैं या गंभीर रूप से घायल होते हैं। कई बार, घायलों को सही समय पर इलाज न मिलने के कारण उनकी स्थिति और खराब हो जाती है।
हरियाणा पुलिस द्वारा शुरू की गई यह कैशलेस ट्रीटमेंट योजना न केवल सड़क दुर्घटना पीड़ितों को त्वरित चिकित्सा सहायता प्रदान करने में मदद करेगी, बल्कि यह गोल्डन ऑवर (दुर्घटना के बाद का पहला घंटा, जो जीवन बचाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है) के सिद्धांत को भी मजबूत करेगी।
₹1.5 लाख तक कैशलेस इलाज योजना का महत्व
- इमरजेंसी हेल्थकेयर को सुलभ बनाना: सड़क दुर्घटना पीड़ितों को जल्दी और मुफ्त इलाज मिल सकेगा।
- सकारात्मक सामाजिक प्रभाव: इस पहल से लोग दूसरों की मदद के लिए प्रेरित होंगे और “गुड समैरिटन” की भूमिका निभाने में हिचकिचाएंगे नहीं।
- हेल्थकेयर और पुलिस का तालमेल: इससे अस्पताल, पुलिस और सरकार के बीच बेहतर समन्वय होगा।
- दुर्घटनाओं में कमी: ट्रैफिक नियमों के पालन और सड़क सुरक्षा उपायों में सुधार की दिशा में लोगों को जागरूक किया जा सकेगा।
नागरिकों की भूमिका
सरकार और पुलिस के प्रयासों के साथ-साथ, आम नागरिकों को भी सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों की मदद करने के लिए आगे आना होगा। गुड समैरिटन लॉ के तहत, जो कोई भी घायल व्यक्ति की सहायता करता है, उसे किसी भी कानूनी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसलिए, हमें सामाजिक रूप से अधिक संवेदनशील और जागरूक बनने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
हरियाणा पुलिस द्वारा शुरू की गई यह कैशलेस ट्रीटमेंट योजना सड़क दुर्घटना पीड़ितों के लिए जीवनरक्षक साबित हो सकती है। इससे न केवल घायलों को समय पर इलाज मिलेगा, बल्कि सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता भी बढ़ेगी। सरकार, पुलिस, अस्पतालों और आम जनता के सहयोग से, यह पहल हरियाणा में सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों को कम करने में मदद कर सकती है।